Appeal Accepted : Qatar की एक अदालत ने Indian Naval officers की अपील को मंजूर कर लिया है. इन अधिकारियों को कतर की अदालत ने मौत की सजा सुनाई है.
Appeal Accepted : Qatar में मौत की सजा पाने वाले 8 पूर्व भारतीय नौसेनिकों के लिए थोड़ी राहत भरी खबर है। कतर की कोर्ट ने इस मामले में सुनवाई के लिए भारत की याचिका को स्वीकार कर लिया है। उम्मीद है कि कोर्ट में जल्द सुनवाई भी शुरू हो सकती है।बता दें कि कतर में जासूसी के आरोप में 8 पूर्व भारतीय नौसेनिकों को फांसी की सजा सुनाई गई है। भारत ने इसके खिलाफ अपील दायर की थी।
Qatar Court Accepts Ex Indian Navy Mens Appeal.
— Dr Poornima🚩🇮🇳 (@PoornimaNimo) November 24, 2023
MEA had already given a statement to explore all legal options in the case to secure the release of its Ex Navy men.
The next date for hearing is to be decided soon after the appeal. Please pray for our win. pic.twitter.com/tB2prq1sZJ
क्या है पूरा मामला?
पिछले साल 25 अक्टूबर को मीतू भार्गव नाम की महिला ने ट्वीट कर बताया था कि भारतीय नौसेना के आठ पूर्व अफसर 57 दिन से कतर की राजधानी दोहा में गैर-कानूनी तरीके से हिरासत में हैं। मीतू भार्गव कमांडर पूर्णेंदु तिवारी की बहन हैं। इन अफसरों पर कथित तौर पर इजरायल के लिए जासूसी करने का आरोप है. रिपोर्ट के मुताबिक, इन अफसरों पर कतर के सबमरीन प्रोजेक्ट से जुड़ी जानकारियां इजरायल को देने का आरोप है।
क्यों गिरफ्तार हुए थे Former Indian Marines?
अगस्त महीने में एक प्राइवेट कंपनी अल दहरा के साथ काम करने वाले भारतीय नागरिकों को कथित तौर पर जासूसी के एक मामले में गिरफ्तार किया गया था. न तो कतरी अधिकारियों और न ही नई दिल्ली ने भारतीय नागरिकों के खिलाफ आरोपों को सार्वजनिक किया है. 25 मार्च को आठ भारतीय नौसेना के दिग्गजों के खिलाफ आरोप दायर किए गए थे. उन पर कतर कानून के तहत मुकदमा चलाया गया था.
कौन हैं ये 8 Former Indian Officers?
नेवी के जिन आठ पूर्व अफसरों को मौत की सजा सुनाई गई है, उनके नाम- कैप्टन सौरभ वशिष्ठ, कमांडर पूर्णेंदू तिवारी, कैप्टन बीरेंद्र कुमार वर्मा, कमांडर सुगुनाकर पकाला, कमांडर संजीव गुप्ता, कमांडर अमित नागपाल और राजेश हैं. इन सभी पूर्व अफसरों ने भारतीय नौसेना में 20 साल तक सेवा दी थी. नेवी में रहते हुए उनका कार्यकाल बेदाग रहा है और अहम पदों पर रहे हैं