ISI Agent: पाकिस्तान में रहने वाले रिश्तेदारों से मुलाकात के दौरान कलीम की पहचान ISI से जुड़े लोगों से हुई थी। कलीम के पास से STF को आर्मी ऑफिसर और राफेल की तस्वीर और अखबारों की कटिंग भी मिले हैं।
STF को लगातार सूचना मिल रही थी कि पाकिस्तान के आंतकी संगठनों से मिलकर देश व प्रदेश में बड़ी वारदात को अंजाम देने की कोशिश की जा रही है. इसके लिए बकायदा अवैध हथियार एकत्रित किए जा रहे हैं।
STF फील्ड यूनिट के अपर Police अधीक्षक ब्रजेश कुमार सिंह की अगुवाई में इस दिशा में जाल फैला दिया गया. सूचना के बाद एसटीएफ की Meerut इकाई ने घेराबंदी कर Thursday को शामली से कलीम को गिरफ्तार कर लिया. कलीम शामली जनपद के नौकुआं थाना कोतवाली मोमीनपुरा खेरबुखारी का रहने वाला है।
Meerut लाकर एसटीएफ ने कलीम से पूछताछ की. पूछताछ में कलीम ने एसटीएफ को बताया कि वह पांच भाई है, वह तीसरे नंबर का है और अभी अविवाहित है, उसके कुछ रिश्तेदार पाकिस्तान में रहते हैं, लिहाजा उसका वहां आना-जाना लगा रहता है।
इसी दौरान वह आईएसआई व हैंडलर के संपर्क में आ गया। हिंदुस्तान में जेहाद करने व इस मदद में उसे मोटे पैसे का लालच दिया गया. कलीम का एक मोबाइल नंबर फर्जी आईडी से लिया गया था। इसका वाट्सऐप पाकिस्तान के आईएसआई ऑपरेटिव आतंकी दिलशाद उर्फ मिर्जा उर्फ शेख खालिद हाफिज के मोबाइल नंबर पर एक्टीवेट था। इसके जरिय ही यहां की खुफिया सूचनाएं पाकिस्तान भेजी जा रही थी. कलीम अवैध असलहों को इकठ्ठा करके अलग-अलग इलाकों में सप्लाई करता था. वह हिंदुस्तान में जेहाद फैलाने और मुस्लिम युवाओं का ब्रेन वॉश करता था. उसके पास से उर्दू में लिखे काफी पेपर और कई दस्तावेज बरामद हुए।