Kabul : Afghanistan से एक चौंकाने वाला वीडियो सामने आया है, जिसमे तालिबान के एक वरिष्ठ सदस्य और दा अफगानिस्तान ब्रेशना शेरकट (DABS) के प्रमुख मुल्ला अहमद अखुंद को अपने 21 वर्षीय अंगरक्षक के साथ समलैंगिक संबंध में देखा गया। हालाँकि, अधिक हैरान करने वाली बात ये है कि, तालिबानी, जो अक्सर समलैंगिकता को लेकर बेहद गंभीर नज़र आते हैं और समलैंगिकों को पत्थर मार-मारकर मौत की सजा देते हैं, ने मुल्ला अहमद अखुंद के खिलाफ कोई कार्रवाई किए बिना उन्हें अपने पद पर बने रहने की अनुमति दे दी है।
Video में मुल्ला अहमद अखुंद को जिस युवा व्यक्ति के साथ सोते हुए दिखाया गया है, वह उसका अंगरक्षक है। अफगानिस्तान इंटरनेशनल की रिपोर्टों के अनुसार युवक की पहचान 21 वर्षीय के रूप में हुई है, जो पहले ब्रेशना शेरकट में तालिबान नेता के साथ काम करता था। उसे इस समूह के उप रक्षा मंत्री मुल्ला फ़ाज़िल की कंपनी में भी देखा गया था।
वीडियो के सामने आने के बाद से तालिबान नेतृत्व और उसके अंदर बैठे लोगों के व्यवहार और संबंधों पर सवाल उठने लगे हैं। वीडियो से तालिबान के अंदर काफी दिलचस्पी और चिंता पैदा हो गई है। इस पर सोशल मीडिया में बहस छिड़ने की संभावना है। एक्स (जिसे पहले ट्विटर के नाम से जाना जाता था) पर एक उपयोगकर्ता ने कहा, “अधिकांश तालिबानियों के किशोरावस्था से ही समलैंगिक संबंध हैं। अफगान समाज में लड़कों के साथ दुर्व्यवहार आम है। बच्चा बाजी एक आम बात है। यह एक सड़ा हुआ समाज है। मदरसों में 9 साल की उम्र से ही लड़कों के साथ दुर्व्यवहार किया जाता है। उन्हें बिना दाढ़ी वाले लड़के पसंद हैं।
समलैंगिकता पर क्या है तालिबान का रुख
बता दें कि, ह्यूमन राइट्स वॉच और आउट राइट एक्शन इंटरनेशनल ने देखा कि तालिबान के तहत, लेस्बियन, समलैंगिक, उभयलिंगी और ट्रांसजेंडर (LGBT) अफगानों और जो लोग देश में सख्त लिंग मानकों का पालन नहीं करते हैं, उन्हें भयावह स्थिति और उनकी सुरक्षा और जीवन के लिए गंभीर खतरों का सामना करना पड़ा है। ‘भले ही आप आसमान में जाएं, हम आपको ढूंढ लेंगे: तालिबान के अधिग्रहण के बाद अफगानिस्तान में LGBT लोग’ शीर्षक वाली यह रिपोर्ट जनवरी 2022 में प्रकाशित हुई थी। 43 पेज के इस दस्तावेज़ में वहां के 60 LGBT व्यक्तियों के साथ लिए गए साक्षात्कारों को शामिल किया गया था।