Reclaim Sacred Swastika : Canadian Government के स्वस्तिक चिह्न के खिलाफ उठाए गए कदम के बाद COHHE नामक संगठन ने अपना Reclaim Swastika अभियान शुरू किया है.
Reclaim Sacred Swastika : Canada में यहूदी विरोधी घटनाओं में वृद्धि के बाद कनाडाई अधिकारियों ने नाजी स्वस्तिक प्रतीक के इस्तेमाल के खिलाफ कदम उठाया था. इसको लेकर प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो जैसे नेताओं ने भी निंदा की है. हालांकि, अब इस प्रतीक को हिंदू पवित्र प्रतीक स्वस्तिक के साथ जोड़ने से रोकने और दोबारा हासिल करने के लिए इंडो-कनाडाई समुदाय संगठन ने एक अभियान शुरू किया है. इंडो-कनाडाई समुदाय ने स्वस्तिक के इस्तेमाल किए जाने पर आपराधिक आरोप को लेकर आपत्ति जताई है.
Our #ReclaimSacredSwastika campaign needs your support to get the message to all police forces and politicians across Canada to decriminalize our Sacred Swastika.
— CohheOfficial (@CohheOfficial) November 19, 2023
We ask all Hindus, Buddhists, Jains and our allies TO REPLY WITH A POST OF A PHOTO OF THE SACRED SWASTIKA inside… pic.twitter.com/Mt9lwmveKC
7 Oct को Israel पर Hamas की ओर से किए गए आतंकवादी हमलों को लेकर कनाडा में 5 नवंबर को प्रदर्शन हुए थे. इस दौरान यहूदी स्कूलों, सामुदायिक केंद्रों को निशाना बनाया गया था. इसके अलावा स्वस्तिक के प्रतीक को भी प्रदर्शित किया गया था, जिस पर ट्रूडो ने प्रतिक्रिया व्यक्त की थी. उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा था कि पार्लियामेंट हिल पर एक व्यक्ति की ओर से Swastika का प्रदर्शन अस्वीकार्य है. टोरंटो पुलिस ने भी स्वस्तिक को घृणा का प्रतीक बताया है और चेतावनी दी है कि इसके उपयोग के परिणामस्वरूप आपराधिक आरोप लग सकते हैं.
Hindu Organization ने Swastika को लेकर दी जानकारी
Canadian Government के स्वस्तिक चिह्न के खिलाफ उठाए गए कदम के बाद इंडो-कनाडाई समुदाय में चिंता पैदा हो गई है. इसको लेकर कैनेडियन ऑर्गेनाइजेशन फॉर हिंदू हेरिटेज एजुकेशन (COHHE) नामक संगठन ने अपना रिक्लेम स्वस्तिक अभियान शुरू किया है. टोरंटो पुलिस और अन्य कानून प्रवर्तन अधिकारियों को लिखे एक पत्र में COHHE ने बताया कि संस्कृत में स्वस्तिक शब्द का अर्थ सभी की शुभता और भलाई है. स्वस्तिक प्रतीक बहुत पवित्र है.
ये हमारे मंदिरों, घरों और व्यवसायों में पूजा अनुष्ठानों के दौरान बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया जाता है .CoHHE बोर्ड की सदस्य रुचि वाली ने कहा, “स्वस्तिक नफरत का प्रतीक नहीं है, ये हिंदू, सिख, जैन और बौद्धों की ओर से इस्तेमाल किया जाने वाला एक प्राचीन और पवित्र प्रतीक है.
Swastika Hindu समेत कई धर्मों का
कैनेडियन ऑर्गेनाइजेशन फॉर हिंदू हेरिटेज एजुकेशन ने जानकारी दी कि नाज़ियों ने कभी भी स्वस्तिक का इस्तेमाल नहीं किया और वे झुके हुए क्रॉस या हेकेन क्रूज़ का प्रयोग करते थे. स्वस्तिक को गलत तरीके से नाजी प्रतीक के साथ जोड़ा गया है. स्वस्तिक को नफरत का प्रतीक कहना अत्यंत हिंदू-विरोधी है, जबकि यह शांति और समृद्धि का प्रतीक है.