Maratha Reservation : Maratha Reservation की आग अब सड़कों पर भी दिख रही है. अजित पवार गुट के नेता हसन मुश्रीफ की गाड़ी पर हमला हुआ है.
Maratha Reservation : Maratha Reservation की मांग को लेकर पिछले कुछ दिनों से राज्य भर में विरोध प्रदर्शन चल रहा है। बीड जिले में कुछ जगहों पर आगजनी हुई है, आज सुबह मंत्रालय के पास विधायक निवास के पास मंत्री हसन मुश्रीफ की कार के शीशे तोड़ दिए गए हैं। पुलिस ने इस बर्बरता मामले में दो आरोपियों को हिरासत में लिया है। अब आकाशवाणी विधायक आवास के पास भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
मिली जानकारी के मुताबिक बताया गया है कि आरोपी छत्रपति संभाजीनगर से आया था। मंत्री हसन मुश्रीफ की कार आकाशवाणी विधायक आवास के पास खड़ी थी। बताया जा रहा है कि इन दोनों प्रदर्शनकारियों के साथ एक और शख्स भी है, उसने बताया कि तीनों प्रदर्शनकारी ट्रेन से मुंबई आए थे।
कैबिनेट बैठक में लिए गए फैसलों के बारे में जारांगे पाटिल ने कहा कि जब तक मराठा समुदाय को आरक्षण नहीं दिया जाता, तब तक पीछे हटने वाले नहीं हैं। सरकार को शिंदे कमेटी की रिपोर्ट मान लेनी चाहिए। आरक्षण की भूमिका की घोषणा के लिए एक विशेष सत्र आयोजित किया जाना चाहिए।
पुणे में बाजार बंद का एलान
मराठा आरक्षण आंदोलन का समर्थन करते हुए पुणे में छत्रपति शिवाजी महाराज मार्केट के मजदूर संघ ने एक दिन के लिए बाजार बंद का एलान किया है। एपीएमसी के अंतर्गत आने वाले सभी व्यापार और व्यवसाय ने आज कार्यकर्ता मनोज जरांगे के समर्थन में एक दिन के लिए बंद का आह्वान किया है।
पानी पीना भी छोड़ दूंगा
आपको बता दें कि मराठा आरक्षण की मांग को लेकर एक्टिविस्ट मनोज जरांगे पिछले एक हफ्ते से भूख हड़ताल पर बैठे हैं और उन्होंने सरकार को अल्टीमेटम दिया है कि अगर बुधवार सुबह तक उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो फिर वो पानी पीना भी छोड़ देंगे। ऐसे में महाराष्ट्र में जगह-जगह हिंसक विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। विरोध प्रदर्शन को देखते हुए महाराष्ट्र के पांच जिलों में सरकारी बस सेवाओं को पूरी तरह से स्थगित कर दिया गया है। इसके अलावा बीड़ के कुछ हिस्सों में कर्फ्यू लगाने के अलावा इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं।
2 सांसद और 4 विधायकों का इस्तीफा
आंदोलन के समर्थन में अब तक दो सांसद और 4 विधायक इस्तीफा दे चुके हैं। इनमें शिवसेना शिंदे गुट के हिंगोली और नासिक के सांसद हेमंत पाटिल और हेमंत गोडसे शामिल हैं। इसके अलावा शिंदे की शिवसेना से विधायक रमेश बोरनारे, वैजापुर से शिवसेना शिंदे गुट के विधायक रमेश बोरनारे, परभणी से कांग्रेस के विधायक सुरेश वारपुडकर, गेरवाई से भाजपा विधायक लक्ष्मण पवार ने भी इस्तीफा दे दिया है। सरकार में शामिल तीनों दलों के 10 विधायकों ने विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की मांग को लेकर अनशन भी शुरू कर दिया है। इससे पहले
सभी मराठाओं को आरक्षण देने की मांग से सरकार का इनकार
मंगलवार को ही मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में जस्टिस संदीप शिंदे समिति की अंतरिम रिपोर्ट को मंजूरी दी गई। हालांकि, सरकार ने भूख हड़ताल पर बैठे मनोज जारांगे पाटिल की सभी मराठाओं को आरक्षण देने की मांग खारिज कर दी।