India-Canada : Bharat और Canada के रिश्तों में काफी खटास देखी गई. Khalistani Terrorist की हत्या का ठीकरा Bharat पर फोड़ने के बाद अब कनाडा की Trudeau Government ने हिन्दुस्तान पर चुनावों में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया है।
India-Canada : Bharat और Canada के बीच राजनयिक विवाद अब एक नए चरण में पहुंच गया है। इस बार कनाडा ने भारत पर एक नया आरोप लगाया है। खालिस्तानी आतंकी की हत्या का ठीकरा भारत पर फोड़ने के बाद अब कनाडा की ट्रुडू सरकार ने हिन्दुस्तान पर चुनावों में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया है।
Canadian government का मानना है कि भारत ने उसके आम चुनावों में हस्तक्षेप किया है। अब वहां का चांज आयोग इस मामले की पड़ताल करना चाहता है। अब कनाडा का फॉरेन इंटरफेयरेंस कमीशन कथित रूप से वहां के चुनाव के प्रभावित करने की भारत की कोशिश से जुड़ी जांच करना चाहता है।
Bloomberg report के मुताबिक, पिछले साल कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने मीडिया में खुफिया दस्तावेज लीक होने के बाद जांच शुरू की थी। इन दस्तावेज़ों में आरोप लगाया गया कि चीन ने राष्ट्रपति शी जिनपिंग की सरकार के प्रति सहानुभूति रखने वाले उम्मीदवारों का समर्थन करके कनाडा के चुनावों में हस्तक्षेप किया था। जांच की शुरूआती सार्वजनिक सुनवाई अगले सप्ताह शुरू होने वाली है।
साल के अंत में सौंपी जाएगी रिपोर्ट
जांच आयोग ने अनुरोध किया है कि कनाडा सरकार अपनी शर्तों के पैराग्राफ खंड (A)(i)(A) और (A)(i)(B) से संबंधित दस्तावेज़ मुहैया कराए. इसमें 2019 और 2021 के चुनावों में भारत द्वारा कथित हस्तक्षेप से संबंधित जानकारी और दस्तावेज शामिल हैं.
बता दें कि क्यूबेक न्यायाधीश मैरी-जोसी हॉग इस जांच कमिटी का नेतृत्व कर रही हैं. उन्हें ये जिम्मेदारी 2019 और 2021 के संघीय चुनावों में विदेशी हस्तक्षेप का पता लगाने के लिए सौंपी गई है. आयोग का काम है कि वो चुनाव में विदेशी हस्तक्षेप का पता लगाने, रोकने और उसका मुकाबला करने की संघीय सरकार की क्षमता का आकलन करेगा और फिर जांच फाइनल जांच रिपोर्ट 3 मई को 2024 तक पूरी करेगा. इसके बाद 31 दिसंबर, 2024 तक अपनी अंतिम रिपोर्ट सरकार को सौंप देगा.