Farmer Protest: पंजाब और हरियाणा के किसान खराब फसल के मुआवजे और अन्य मांगों को लेकर धरना दे रहा हैं। पंजाब-हरियाणा की किसान जत्थेबंदियों ने मंगलवार को Chandigarh में धरना देने का एलान किया हुआ है। Chandigarh पुलिस ने पंचकूला और मोहाली से लगते शहर के 27 प्रवेशद्वार सील कर दिए हैं।
Punjab Farmer’s Protest: Punjab में हाल ही में आई भीषण बाढ़ में फसल नुकसान के मुआवजे के लिए दबाव बनाने के लिए Chandigarh में प्रस्तावित रैली से पहले कई किसान यूनियन नेताओं को हिरासत में लिए जाने का विरोध तेज हो गया है। संगरूर जिले में विरोध प्रदर्शन के बीच सोमवार को किसानों के साथ हुई झड़प में ट्रैक्टर-ट्रॉली से कुचलकर एक व्यक्ति की मौत हो गई। वहीं कथित रूप से पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए।
जानकारी के अनुसार किसानों की प्रमुख मांगों में 50 हजार करोड़ का विशेष पैकेज, घग्गर योजना के तहत सभी नदियों का स्थायी समाधान, 50 हजार प्रति एकड़ मुआवजा, खेतों में उत्थित रेत की खनन की अनुमति, पशुओं की मृत्यु और बोरवेल खराब होने पर मुआवजा, और मनरेगा योजना के अंतर्गत 200 दिनों तक काम करने की शामिलता, बाढ़ में जीवन गंवाने वालों को 10 लाख रुपये का मुआवजा शामिल है।
खराब होने वाली फसल के मुआवजे और अन्य मांगों के साथ, पंजाब-हरियाणा के किसान संघर्षशील होकर आज Chandigarh में धरने की घोषणा की है। वहीं, किसानों के आंदोलन को रोकने के लिए पुलिस ने पंचकूला और मोहाली के द्वार बंद कर दिए हैं, जिनके द्वारों में 27 प्रवेशद्वार शामिल हैं। पंजाब में कई किसान नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया है। वहीं, अंबाला में पुलिस और किसानों के बीच झड़प हो गई है।
Chandigarh-Zirakpur बॉर्डर पर भारी पुलिस बल तैनात हैं, जहाँ आईटीबीपी और सीआरपीएफ के टुकड़े भी हथियारों के साथ मौजूद हैं। सीटीयू की बसें भी वहां पर हैं, ताकि किसी किसान नेता या दुर्व्यवस्थापन करने वाले को यहां से दूसरे स्थान पर ले जाया जा सके।
Chandigarh पुलिस के सेक्टर 31 पुलिस स्टेशन में एसएचओ राम रतन समेत कई पुलिसकर्मी मौजूद हैं, जिनमें से कुछ डीएसपी क्राइम ब्रांच के उदयपाल और इंडस्ट्रियल एरिया के थानाधिकारी जसपाल सिंह भुल्लर भी शामिल हैं। पुलिस बल की भारी तैनाती और वाहनों की जाँच के कारण, चंडीगढ़-जीरकपुर मार्ग पर जीरकपुर की ओर लगभग 2 किलोमीटर लंबा जाम है।
DSP समेत आला अधिकारियों की जिम्मेदारी सौंपी
चंडीगढ़ के हर बॉर्डर एरिया पर डीएसपी समेत आला अधिकारियों की जिम्मेदारी सौंपी गई है। हर बॉर्डर एरिया पर एक्स्ट्रा पैरामिलिट्री फोर्स के तैनाती पुलिस की तरफ से की गई है। पंजाब पुलिस के साथ लगातार बीते दिन मीटिंग का दौर चला। इसके बाद दोनों पुलिस फोर्स आपस में कोआर्डिनेशन कर किसानों को चंडीगढ़ में दाखिल होने से रोकेंगी।
कई नेताओं को हिरासत में लिया
किसान मजदूर संघर्ष समिति, भारती किसान यूनियन (क्रांतिकारी), बीकेयू (एकता आजाद), आजाद किसान समिति, दोआबा, बीकेयू (बेहरामके) और भूमि बचाओ मोहिम सहित सोलह किसान संगठनों ने मंगलवार को चंडीगढ़ में प्रदर्शन करने की योजना बनाई है। सोमवार को, प्रदर्शनकारी किसानों ने दावा किया कि किसान मजदूर संघर्ष समिति (केएमएससी) के अध्यक्ष सरवन सिंह पंढेर, केएमएससी के सतकार सिंह कोटली, बीकेयू (बेहरामके) के बोहर सिंह सहित उनके कई नेताओं को प्रदर्शन से पहले पुलिस ने हिरासत में ले लिया।