Bhopal। पूर्व राज्यपाल और कांग्रेस नेता अजीज कुरैशी का हिंदुत्व को लेकर विवादित बयान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. अजीज कुरैशी कह रहे हैं कि कांग्रेस के लोग बात करते हैं हिंदुत्व की यात्राओं की, जय गंगा मैया और जय नर्मदा मैया बोलना, ये शर्म की बात है. कांग्रेस के लोग यात्रा निकालते हैं गर्व से कहते हैं हम हिंदू हैं. यह डूब मरने की बात है. हमारे पीसीसी दफ्तर में मूर्तियां बैठाते है. ये डूब मरने की बात है. डरने की जरुरत नहीं हमें निकाल दे पार्टी से. अब इस पर सियासत भी शुरू हो गई है.
क्या बोल गए Aziz Qureshi?
Aziz Qureshi ने आगे कहा, ‘हम एक हद तक बर्दाश्त करेंगे आप हमारे घर बाजार जला दो, उनकी दुकाने जला दो, उनकी माओं की बेइज्जती करो, बच्चों को यतीम कर दो, तुम सुहागनों की मांग का सिंदूर पोंछ दो, हमारी बहनों के हाथों की चूड़ियां तोड़ दो, हम एक हद तक बर्दाश्त करेंगे लेकिन जब पानी हद से गुजर जाएगा तो मुसलमानों ने हाथो में चूड़ियां नही पहन रखीं. 22 करोड़ में से एक करोड़ दो करोड़ मर भी जाएं तो कोई हर्ज नही.’
बीजेपी प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने ट्वीट कर लिखा है कि नर्मदा मैया की जय बोलना, हिंदू होने पर गर्व कहना, कांग्रेस कार्यालय में मूर्ति बैठाना, धार्मिक यात्रा निकालना, कांग्रेसियों के लिये शर्म की बात. डूब मरने वाली बात. हम बर्दाश्त नहीं करेंगे. यह विचार कांग्रेस के नेता अजीज क़ुरैशी के है. कमलनाथ जी से लेकर दिग्विजय सिंह सहित किसी कांग्रेस के नेता में इतनी हिम्मत है कि इनके बयान का खुलकर विरोध कर इन्हें कांग्रेस से निकाल सके.
पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी बोले- कांग्रेस को अगर मुसलमान वोट चाहिए तो मुसलमानों का काम भी करना होगा
ये ऐसा नहीं कर सकते है, क्योकि कांग्रेस तुष्टिकरण की राह पर चलती है. ऐसी सोच वाले कांग्रेस में सम्मान पाते है, क्योंकि यही कांग्रेस नेताओं की सोच भी है. कांग्रेसियों तुम मत कहो लेकिन हम तो गर्व से कहेंगे. नर्मदा मैया की जय, गंगा मैया की जय…
हिंदुत्व की राह हमारे लिये शर्म की नहीं गर्व की बात है.
इससे साथ ही पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी ने कहा कि हमें अल्पसंख्यक समुदाय के नेताओं को आगे बढ़ाना है. समाज के जो लीडर आगे बढ़ जाते हैं, उनका भी पहले फर्ज यह बनता है कि वह अपने अल्पसंख्यक कोम की भलाई के लिए कम करें. उनके हर एक बुरे वक्त में साथ दें, लेकिन अक्सर होता यह है कि उनके जो रहनुमा होते हैं जब आगे बढ़ते हैं तो सबसे पहले अपने ही कोम के लोगों को परेशान करना शुरू कर देते हैं. यह गलत है. कोम ने अगर आपको आगे बढ़ाया है तो आपको भी कोम का साथ देना चाहिए.