Rameshbabu Praggnanandhaa: कुल चार भारतीय प्लेयर्स ने क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई थी, जिसमें सिर्फ प्रगनानंद ही आगे बढ़ पाए। पूर्व वर्ल्ड चैंपियन विश्वनाथन आनंद ने प्रगनानंद की इस उपलब्धि पर ट्वीट कर बधाई दी।
Chess World Cup 2023: प्रग्गनानन्दा का चेस वर्ल्ड कप में धाकड़ अभियान जारी है। वह फाइनल तक का सफर तय करने में सफल रहे हैं। सेमीफाइनल में उन्होंने यूएसए के फैबियानो कारुआना पर जीत दर्ज की। एक यादगार जीत के साथ ही उन्होंने फाइनल में जगह हासिल कर ली है।
मुकाबला टाईब्रेक में जाने के बाद प्रग्गनानन्दा ने जीत हासिल कर ली। उन्होंने 3.5-2.5 के स्कोर के साथ जीत हासिल की। फाइनल मैच में उनका सामना मैग्नस कार्लसन से होगा। वर्ल्ड नम्बर तीन चेस खिलाड़ी फैबियानो को हराते हुए प्रग्गनानन्दा ने इतिहास रच दिया।
Final में होगी दुनिया के नंबर-1 खिलाड़ी से भिड़ंत
Praggnanandhaa Chess World Cup के फाइनल में दुनिया के नंबर-1 खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन के खिलाफ खेलने उतरेंगे।
अब तक दोनों के बीच 19 मैच खेले गए हैं। 8 मुकाबलों को कार्लसन ने जीता है और 5 मैच प्रगनानंदा ने अपने नाम किए हैं। 6 मैच ड्रॉ रहे हैं।
इन दोनों के बीच आखिरी 2 मुकाबले ड्रॉ पर खत्म हुए थे। ऐसे में फाइनल मुकाबले में दोनों के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल सकती है।
कौन है Praggnanandhaa?
10 अगस्त, 2005 को चेन्नई में जन्मे प्रगनानंदा सिर्फ 3 साल की उम्र में इस खेल से जुड़ गए थे। इनके पिता रमेशबाबू पोलियो से ग्रसित हैं और बैंक में काम करते हैं।
प्रगनानंदा ने बड़ी बहन वैशाली को देखकर शतरंज खेलना शुरू किया था। वैशाली खुद महिला ग्रैंडमास्टर हैं।
प्रगनानंदा साल 2018 में सिर्फ 12 साल की उम्र में ग्रैंडमास्टर बन गए थे।
उन्होंने विश्वनाथन का रिकॉर्ड तोड़ा था, जो 18 साल की उम्र में ग्रैंडमास्टर बने थे।
Praggnanandhaa ने बनाए हैं ये बड़े Records
साल 2016 में प्रागननंदा सबसे युवा अंतरराष्ट्रीय मास्टर बने थे। उन्होंने ये उपलब्धि 10 साल की उम्र में हासिल कर ली थी।
प्रगनानंद ने साल 2013 में विश्व युवा शतरंज चैंपियनशिप अंडर-8 का खिताब जीता था।
इसके बाद उन्होंने 2015 में अंडर-10 चैंपियनशिप का खिताब भी जीता।
प्रागननंदा 21 साल बाद शतरंज विश्व कप के फाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय बने हैं। विश्वानथन ने साल 2000 और 2002 में विश्व कप का खिताब जीता था।