Azerbaijan War Declare : Azerbaijan ने मंगलवार को एक बार फिर Armenia के खिलाफ जंग का ऐलान कर दिया है. इसके साथ ही Azerbaijan की सेना Armenia के कब्जे वाले क्षेत्र में घुस चुकी हैं.
Azerbaijan : Karabakh में बारूदी सुरंगों के विस्फोट में छह लोगों की मौत, Azerbaijan ने Armenia पर लगाया आरोप,Azerbaijan में मंगलवार (19 सितंबर) को काराबाख के बारूदी सुरंगों में छह नागरिक मारे गए।
Armenia-Azerbaijan Relation समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने जानकारी देते हुए बताया है कि Azerbaijan के नागोर्नो-काराबाख क्षेत्र में दो अलग-अलग घटनाओं में बारूदी सुरंगों से उसके छह नागरिक मारे गए। Azerbaijan ने आरोप लगाया कि यह बारूदी सुरंगें अर्मेनियाई के अवैध सशस्त्र ग्रुप्स ने लगाई थी।
Armenia ने India से खरीदें हैं ये हथियार
Armenia ने 2020 की हार के बाद अपनी सेना को मजबूत करने के लिए India से कई हथियारों की खरीद की है। इसमें पिनाका मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर सिस्टम और स्वदेशी होवित्जर टीसी-40 शामिल है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, 155एमएम के इस होवित्जर और पिनाका रॉकेट सिस्टम की पहली खेप को ईरान के बंदर अब्बास बंदरगाह के जरिए आर्मेनिया भेजा जा चुका है। पिनाका का एक रॉकेट लॉन्चर 60 मीटर के एरिया में सबकुछ बर्बाद कर सकता है। यह अजरबैजान के मिलिट्री बेस, आर्मर कॉलम और रडार स्टेशन को पलक झपकते मिट्टी में मिला देगा। वहीं, टीसी-20, मल्टी टेरेन ऑर्टिलरी गन 155 मिमी/39 कैलिबर अल्ट्रा लाइट होवित्जर का एक स्टील वेरिएंट है। यह होवित्जर 30 किमी की दूरी पर लक्ष्य को मार सकता है। ट्रक-माउंटेड होने के कारण इसकी मोबिलिटी काफी ज्यादा है।
Azerbaijan-Armenia में क्यों है तनाव
Armenia और Azerbaijan आजादी के बाद से ही नागोर्नो-काराबाख को लेकर एक दूसरे से जंग में उलझे हैं। नागोर्नो-काराबाख इलाका 4400 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। इस इलाके पर आर्मेनियाई जातीय गुटों का कब्जा है। 1991 में इस इलाके के लोगों ने खुद को Azerbaijan से स्वतंत्र घोषित करते हुए खुद को Armenia में शामिल कर लिया था। इसके बाद से Armenia इसे अपना हिस्सा मानता है, जबकि Azerbaijan अपना। वहीं, नागोर्नो-काराबाख के कुछ लोग खुद को एक स्वतंत्रत देश के तौर पर देखते हैं। नागोर्नो-काराबाख में हाल में ही राष्ट्रपति चुनाव हुआ था, जिसे लेकर Azerbaijan ने कड़ी प्रतिक्रिया भी दी थी। उसके बाद से ही नागोर्नो-काराबाख में Armenia और Azerbaijan की सेनाओं के बीच छिटपुट झड़पों की शुरुआत हो गई थी।