Tata Motors : Tata Motors को Singur Plant Case में बड़ी कामयाबी हासिल हुई है, जिसमें Bengal Government को अब 766 करोड़ रुपये का मुआवजा कंपनी को देना होगा
Tata Motors : टाटा ग्रुप (Tata Group) को Singur Tata Nano plant Case को लेकर मिली बड़ी जीत मिले है. Tata को पश्चिम बंगाल के सिंगूर से बाहर निकलने के लिए मजबूर किए जाने के 15 साल बाद, Tata Motors ने पश्चिम बंगाल औद्योगिक विकास निगम ( WBIDC ) के खिलाफ मध्यस्थता मामला जीता है, जो रुपये की वसूली का हकदार था. सिंगूर-नैनो प्लांट मामले में डब्ल्यूबीआईडीसी (WBIDC) को 766 करोड़ रूपए और 11% ब्याज के साथ वापस Tata Motors को करना होगा. Tata Nano के सिंगुर विनिर्माण संयंत्र के दावों के संबंध में तीन सदस्यीय पंचाट न्यायाधिकरण ने Tata Motors के पक्ष में फैसला सुनाया.
Tata Motors का कहना है, “तीन-सदस्यीय पंचाट न्यायाधिकरण के समक्ष लंबित उपरोक्त मध्यस्थता कार्यवाही को अब Tata Motors लिमिटेड (TML) के पक्ष में एक सर्वसम्मत निर्णय द्वारा निपटाया गया है, जिसके तहत दावेदार (TML) को पुनर्प्राप्त करने का हकदार माना गया है. प्रतिवादी (WBIDC) से 1 सितंबर 2016 से वास्तविक वसूली तक 11% प्रति वर्ष की दर से ब्याज के साथ 765.78 करोड़ रुपये की राशि दावेदार (टीएमएल) को भी प्रतिवादी (डब्ल्यूबीआईडीसी) से वसूली का हकदार माना गया है. कोर्ट में कानूनी विवाद में हुए खर्च लिए 1 करोड़ रुपये की राशि भी देना होगी.