Syrian Drone Attack: सीरियाई सेना ने कहा कि वह इन आतंकवादी संगठनों को पूरी ताकत से जवाब देगी, चाहे वे कहीं भी मौजूद हों. सीरिया का संकट मार्च 2011 में राष्ट्रपति बशर असद की सरकार के खिलाफ शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन के साथ शुरू हुआ.
Syria Drone Attack: Syria में एक और Drone Attack में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। ये अटैक होम्स शहर में स्थित मिलिट्री एकेडमी पर किया गया। हमले में 100 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं। इनमें 14 आम नागरिक बताए जा रहे हैं। हमले से कुछ ही देर पहले रक्षा मंत्री महमूद अब्बास का काफिला निकला था। वे हमले में बाल-बाल बच गए। बताया जा रहा है कि मौतों का आंकड़ा बढ़ सकता है। हमला ग्रेजुएशन सेरेमनी के दौरान हुआ।
रक्षा मंत्री के निकलते ही ड्रोन ने बमबारी और गोलाबारी शुरू कर दी। लोगों को एकदम संभलने का मौका नहीं मिला। जब लोग ग्राउंड में गए थे, तभी अटैक हो गया। लोगों को यह भी पता नहीं लगा कि आखिर कहां से बम आया। धुंए के बीच चारों तरफ शव ही शव बिखरे दिखे। हमले में मारे गए लोगों में अधिकतर बच्चे और महिलाएं शामिल है। Drone कई तरह के विस्फोटकों से लैस था। हमले में घायल हुए अधिकतर लोगों की हालत नाजुक बताई जा रही है।
किसी आतंकी संगठन ने नहीं ली जिम्मेदारी
Syria की सेना के मुताबिक हमला विरोधी गुट ने किया है, जिसको अंतरराष्ट्रीय समुदाय का समर्थन हासिल है। अभी तक किसी भी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। Syria पहले ही गृह युद्ध से जूझ रहा है, ऐसे में हमला गंभीर माना जा रहा है। Syria के किसी सैन्य ठिकाने पर अब तक का सबसे बड़ा हमला है। Syria की सरकार ने कहा है कि हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।
सेना ने हताहतों की संख्या नहीं बताई है, लेकिन Syria के सरकारी टेलीविजन ने कहा कि सरकार ने शुक्रवार से 3 दिन के शोक की घोषणा की है। ब्रिटेन स्थित सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स, एक विपक्षी युद्ध मॉनिटर और सरकार समर्थक ‘शाम एफएम’ रेडियो स्टेशन ने सबसे पहले हमलों की सूचना दी थी। सीरियाई सेना ने कहा, ‘वह इन आतंकवादी संगठनों को पूरी ताकत और निर्णायकता से जवाब देगी, चाहे वे कहीं भी मौजूद हों।’