Nobel Prize 2023 in Physiology or Medicine: दोनों की खोज ने COVID-19 के खिलाफ प्रभावी mRNA टीकों के विकास को सक्षम किया है.
Nobel Prize 2023 For Medicine: World की सबसे प्रतिष्ठित Nobel Prize का ऐलान कर दिया गया है। चिकित्सा क्षेत्र का नोबल पुरस्कार इस बार कैटालिन कारिको (Katalin Kariko), ड्रू वीसमैन (Drew Weissman) को दिया गया है। कोरोना के खिलाफ जंग में दोनों वैज्ञानिकों के अद्वितीय योगदान के लिए मेडिसीन का Nobel Prize संयुक्त रूप से दिया गया है।
Nobel Prize कमिटी ने क्या कहा?
Nobel Prize समिति ने इस पुरस्कार की घोषणा करते हुए कहा,. “आधुनिक समय में मानव स्वास्थ्य के लिए सबसे बड़े खतरों में से एक के दौरान दोनों पुरस्कार विजेताओं ने mRNA वैक्सीन डेवलप करने की अभूतपूर्व योगदान दिया.
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— The Nobel Prize (@NobelPrize) October 2, 2023
The 2023 #NobelPrize in Physiology or Medicine has been awarded to Katalin Karikó and Drew Weissman for their discoveries concerning nucleoside base modifications that enabled the development of effective mRNA vaccines against COVID-19. pic.twitter.com/Y62uJDlNMj
mRNA वैक्सीन खास क्यों है?
वैक्सीन हमारे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली यानी इम्यून सिस्टम को वायरस या बैक्टीरिया जैसे खतरों को पहचानने और उनसे लड़ने के लिए प्रशिक्षित/ट्रेन करते हैं.वैक्सीन बनाने की जो पारंपरिक तकनीक है, उसमें वैक्सीन के रूप में मूल वायरस या जीवाणु के मृत या कमजोर वर्जन को इंजेक्ट किया जाता है. लेकिन इसके विपरीत, mRNA वैक्सीन ने पूरी तरह से अलग दृष्टिकोण का इस्तेमाल किया है.
Nobel Prize में कितना पैसा मिलता है
Nobel Prize जीतने वालों को इस प्राइज के साथ और भी बहुत कुछ मिलता है. सबसे बड़ी बात कि उन्हें इस प्राइज के साथ इतना पैसा मिलता है कि आप सोच भी नहीं सकते. इसके साथ साथ पूरी दुनिया में जो लोकप्रियता मिलती है वो अलग. आपको बता दें इस बार जिन भी लोगों ने Nobel Prize जीता उन्हें 1.1 करोड़ स्वीडिश क्रोनर मिले. डॉलर में देखें तो ये करीब 9.86 डॉलर होते हैं. वहीं अगर इसे अगर भारतीय रुपयों में कनवर्ट करें तो ये 8 करोड़ से ज्यादा होगा. पैसे के साथ साथ, विजेताओं को एक सर्टिफिकेट और गोल्ड का बना मेडल भी दिया जाता है