Social Media की दिग्गज कंपनी Meta अब अपने यूजर्स की जेब पर डाका डालने की तैयारी कर रही है. Meta अब Facebook और Instagram चलाने वालों से पैसे वसूलने की योजना बना रहा है. अगर आप Facebook और Instagram यूजर हैं तो भविष्य में आपको इन Social Media का इस्तेमाल करने के लिए पैसे चुकाने पड़ सकते हैं. दरअसल, Meta भी X की राह पर चलने की योजना बना रही है. यानी आने वाले समय में आपको अब Facebook और Instagram का पेड वर्जन देखने को मिल सकता है.
अब Facebook और Instagram के लिए देने होंगे पैसे?
Meta Facebook और Instagram का पेड वर्जन कब लॉन्च करेगा. इसकी जानकारी स्पष्ट रूप से सामने नहीं आई है. लेकिन यह सर्विस कुछ ही दिनों में यूजर्स के सामने आ सकती है. यदि Meta यह सेवा लॉन्च करता है, तो यह सबसे पहले यूरोपीय संघ में लॉन्च होगी. इसके बाद ही इस सेवा को अन्य देशों में लॉन्च किया जाएगा. आपको बता दें कि अगर यह सर्विस लॉन्च होती है तो आप X की तर्ज पर Facebook और Instagram का इस्तेमाल तो कर पाएंगे, लेकिन कई फीचर्स का फायदा नहीं मिल पाएगा. ऐसे में आपको उन सेवाओं का लाभ उठाने के लिए पेड वर्जन लेना होगा.
Blue Tick के बाद अब Paid Version
X जैसा Paid Service दे रहा है. Meta ने भी अपना पूरा प्लान उसी रास्ते पर सेट कर दिया है. इसमें कई ऐसे फीचर्स होंगे जो आपको सिर्फ Paid Version के साथ ही मिलेंगे. हालाँकि, आपको बता दें कि इस सेवा के बारे में कंपनी की ओर से कोई स्पष्ट जानकारी सामने नहीं है, लेकिन अनुमान लगाया जा रहा है कि मार्क जुकरबर्ग इसकी योजना बना रहे हैं क्योंकि जिस तरह से मेटा ने एक्स की तर्ज पर Blue Tickटिक बेचा है. कयास लगाए जा रहे हैं कि ब्लू टिक बेचने के बाद वह दिन दूर नहीं जब Facebook और Instagram के Paid Version आएंगे.
Ad-free रहेगा Paid Version
Paid Version आने के बाद यूजर्स को एड नहीं दिखाए जाएंगे. न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, Meta ऐसा यूरोपियन यूनियन की निगरानी और जांच की वजह से कर सकता है. हालांकि, Meta ने पेड वर्जन लाने की खबर को कंफर्म नहीं किया है.
Free Version भी मिलेगा
यूरोप में Meta का फ्री वर्जन भी जारी रहेगा जिसमें एड दिखाया जाएगा. मुमकिन है कि पेड वर्जन के बाद यूरोपियन यूनियन में प्राइवेसी पॉलिसी को लेकर चल रही जांच में भी मेटा को राहत मिल सकती है.
Meta पर लगा तगड़ Fine
Meta जुलाई 2019 में जर्मनी सरकार से मुकदमा हार गई थी. इस केस में मेटा पर बिना यूजर कि सहमति के उनका डेटा जमा करने पर रोक लगा दी थी.
EU के एंटी-ट्रस्ट रेगुलेटर्स ने मेटा पर 14 अगस्त से हर दिन लगभग 77.51 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है. Meta ने यूजर्स का डेटा जमा किया और फिर इस डेटा का इस्तेमाल करके यूजर्स को उसी हिसाब से विज्ञापन दिखाया. यूजर्स की प्रइवेसी का उल्लंघन करने के लिए नॉर्वे डाटा प्रोटेक्शन अथॉरिटी ने मेटा पर ये जुर्माना लगाया है. यह फाइन अगले तीन महीने के लिए लगाया गया है.
अब तक सब्सक्रिप्शन के प्राइस के बारे में कोई खबर नहीं है. Facebook और Instagram का प्लान एक ही होगा या अलग-अलग इस बारे में भी अभी कोई जानकारी नहीं है. अगर Meta का सब्सक्रिप्शन मॉडल काम करता है तो बाकी देशों में भी इसे लागू कर सकता है.