S Jaishankar ने कहा कि दुनिया अभूतपूर्व तनाव से गुजर रही है। कूटनीति और बातचीत ही तनाव को कम कर सकता है। उन्होंने कहा कि विकासशील देश दबाव से गुजर रहे हैं। अब कुछ देशों का एजेंडा नहीं चल सकता। अब अन्य देशों की बात भी सुननी पड़ेगी।
External Affairs Minister S Jaishankar ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र संघ की जनरल असेंबली(UNGA) को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि दुनिया चुनौतीपूर्ण वक्त से गुजर रही है। उन्होंने भारत की G20 अध्यक्षता की तारीफ करते हुए कहा- हमारी पहल से अफ्रीकन यूनियन संगठन का हिस्सा बना। ऐसा करके हमने पूरे महाद्वीप को एक आवाज दी, जो काफी समय से इसका हकदार रहा है।
New York में 13 सितंबर से चल रही UN जनरल असेंबली (UNGA) की बैठक में सभी सदस्य देश अपनी बात रखते हैं। UNGA की 77वीं बैठक में PM मोदी की जगह S Jaishankar देश का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। उन्होंने UNSC में बदलावों की भारत की मांग को दुनिया के सामने दोहराया है।
उन्होंने कहा समय बदल रहा है, अब दूसरे देशों की बात सुननी होगी। उन्होंने कहा कि चंद देशों का Agenda दुनिया पर नहीं थोपा जा सकता है। इससे पहले External Affairs Minister S Jaishankar ने ईस मुद्दे को लेकर UN चीफ एंटोनियो गुटेरेस से भी मुलाकात की थी।
Politics के लिए Terrorism को बढ़ावा देना गलत
Canada के साथ चल रही तनातनी के बीच एस जयशंकर ने किसी देश का नाम लिए बिना कहा राजनीति के लिए आतंकवाद को बढ़ाना गलत है। हम ये मानते हैं कि संप्रभुता का सम्मान जरूरी है, पर ये सम्मान चुनिंदा नहीं होना चाहिए। इससे पहले कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने UN में मानवाधिकार डिक्लेयर किए जाने की 75वीं बरसी पर अपने संबोधन में कहा था कि कनाडा की धरती पर उनके नागरिक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत के एजेंट शामिल हैं।
UNGA में विदेश मंत्री में S Jaishankar ने कहा कि India अलग-अलग साझेदारों के साथ सहयोग को बढ़ावा देना चाहता है। गुट निरपेक्ष के युग से निकलकर अब हमने विश्व मित्र की अवधारणा विकसित की है। यह विभिन्न देशों के साथ जुड़ने और जहां आवश्यक हो, हितों में सामंजस्य स्थापित करने की हमारी क्षमता और इच्छा को दिखाता है।
S Jaishankar ने कहा कि हर आपदा में Indiaने आगे बढ़कर मदद की। उन्होंने Canada का बिना नाम लिए कहा कि राजनीतिक सुविधा से आतंकवाद पर कार्रवाई सही नहीं। उन्होंने कि UNSC में सुधार होना चाहिए। S Jaishankar ने कहा कि India की पहल पर अफ्रीकी संघ जी-20 का स्थाई सदस्य बना। जी20 में अफ्रीकी संघ को शामिल किये जाने से संयुक्त राष्ट्र को भी सुरक्षा परिषद को समसामयिक बनाने की प्रेरणा मिलनी चाहिए।