ED Raid On Excise Policy Case : आम आदमी पार्टी (AAP) सांसद Sanjay Singh के घर बुधवार सुबह प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने छापेमारी की।
आम आदमी पार्टी (AAP) से राज्यसभा सांसद Sanjay Singh के घर बुधवार सुबह प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने दबिश दी है.Sanjay Singh के दिल्ली स्थित आवास पर ED की छापेमारी जारी है. जानकारी के मुताबिक ये कार्रवाई आबकारी नीति मामले के संबंध में की जा रही है. बताया जा रहा है कि इस मामले में दो आरोपी गवाह बन गए हैं.
इससे पहले भी ED ने Sanjay Singh के कई ठिकानों पर छापेमारी की थी. जिनमें उनके करीबी सहयोगी अजीत त्यागी और अन्य ठेकेदारों और व्यापारियों के घर और कार्यालय शामिल थे. जिन्हें कथित तौर पर शराब नीति से लाभ हुआ था.
charge sheet में Sanjay Singh का नाम
Excise Policy मामले को लेकर इसी साल जनवरी में ED ने अपनी चार्जशीट में Sanjay Singh का नाम जोड़ा था. मई में Sanjay Singh ने दावा किया कि ED ने उनका नाम गलती से जोड़ दिया है. जिस पर ED ने जवाब दिया कि, हमारी charge sheet में Sanjay Singh का नाम चार जगह लिखा गया है. इनमें से तीन जगह नाम सही लिखा गया है. सिर्फ एक जगह टाइपिंग की गलती हो गई थी.
ED की charge sheet में Sanjay Singh पर 82 लाख रुपये का चंदा लेने का उल्लेख है. बताया जा रहा है कि इसी संबंध में ED जांच करने पहुंची है. Delhi Excise Policy Case में ED की दूसरी सप्लीमेंट्री चार्जशीट 2 मई को जारी की गई थी. जिसमें में आम आदमी पार्टी के राज्य सभा सांसद राघव चड्ढा का भी नाम सामने आया था. हालांकि उन्हें आरोपी नहीं बनाया गया है.
क्या है शराब घोटाला?
दिल्ली शराब घोटाला मामला केजरीवाल सरकार की नई Excise Policy 2021-22 से जुड़ा है। केजरीवाल सरकार ने 17 नवंबर 2021 को राष्ट्रीय राजधानी में नई Excise Policy लागू की थी। इसके तहत दिल्ली में शराब का कारोबार निजी हाथों में सौंप दिया गया और सरकार की ओर से तर्क दिया गया कि इससे राजस्व में इजाफा होगा।
इसके बाद राज्य सरकार केंद्र के निशाने पर आ गई। उस दौरान दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार ने उपराज्यपाल यानी LG वीके सक्सेना को एक रिपोर्ट सौंपी। रिपोर्ट में कहा गया कि तत्कालीन डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने शराब कारोबारियों को लाभ पहुंचाया। रिपोर्ट के आधार पर 22 जुलाई 2022 को उपराज्यपाल ने मामले में CBI जांच की सिफारिश कर दी।