Manila/Taipei/Kuala Lumpur। मनमाने ढंग से नया नक्शा जारी कर India, Malaysia, Philippines, Taiwan के क्षेत्रों पर दावा करने वाले चीन को हर ओर से सुननी पड़ रही है। India के बाद अब Philippines, Taiwan और Malaysia ने भी China के नए नक्शे को मान्यता देने से साफ इनकार कर दिया है। साथ ही China को अंतरराष्ट्रीय कानूनों का पालन करने की सलाह भी दी है।
![China New Map Controversy : Philippines, Taiwan and Malaysia ने भी किया चीन के नए नक्शे को मान्यता देने से इनकार 7 Philippine press release](https://ainews18.com/wp-content/uploads/2023/08/Philippine-press-release.jpg)
China ने बीती 28 अगस्त को नया नक्शा जारी कर India के पूर्वी राज्य Arunachal Pradesh और Aksai China क्षेत्र को China की सीमाओं के भीतर दिखाया है। China ने प्राकृतिक संसाधन मंत्रालय की ओर से जारी नए नक्शे में अपनी पश्चिमी सीमाओं पर क्षेत्रीय दावे करने के साथ ही पूरे दक्षिण चीन सागर को कवर करने वाली तथाकथित ‘नाइन-डैश लाइन’ को अपने मानचित्र पर दिखाया है। एक ‘दसवां डैश’ ताइवान के पूर्व में रखा गया है, जो द्वीप पर बीजिंग के दावों को रेखांकित करता है। इसके अलावा Malaysia के समुद्री क्षेत्र और Philippines के कई क्षेत्रों को भी चीन ने अपने नक्शे में शामिल कर उन पर दावा किया है।
India ने China की ओर से जारी तथाकथित नक्शे पर कड़ा विरोध व्यक्त करते हुए राजनयिक माध्यम से अपनी आपत्ति दर्ज कराई थी। India ने China के दावों को खारिज कर उन्हें निराधार बताया था। साथ ही कहा था कि China की ओर से इस तरह के कदम केवल सीमा मसले के समाधान को जटिल बनाएंगे। अब Malaysia, Philippines, Taiwan की ओर से भी विरोध के स्वर उठे हैं। Philippines के विदेश मंत्रालय ने China के प्रयासों को अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन और Philippines की संप्रभुता पर हमला करार दिया है। Philippines ने China को अंतरराष्ट्रीय मर्यादाओं में रहने की सीख भी दी है।
Malaysia ने भी अपने समुद्री क्षेत्र पर चीन के एकतरफा दावे को खारिज कर दिया है। मलेशिया की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि China के नक्शे का Malaysia पर कोई बाध्यकारी प्रभाव नहीं है। Malaysia 1979 के मानचित्र के आधार परMalaysia की समुद्री विशेषताओं या समुद्री क्षेत्र पर संप्रभुता, संप्रभु अधिकारों और अधिकार क्षेत्र के किसी भी विदेशी पक्ष के दावों को खारिज करने की अपनी स्थिति पर कायम है।
Taiwan के विदेश मंत्रालय की ओर बयान जारी कर कहा गया कि Taiwan एक संप्रभु और स्वतंत्र देश है। चीन ने कभी भी Taiwan पर शासन नहीं किया है। यह एक तथ्य और यथास्थिति है जिसे आम तौर पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा मान्यता प्राप्त है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि China सरकार ताइवान की संप्रभुता के अपने दावे को कैसे विकृत करती है, यह हमारे देश के अस्तित्व के उद्देश्यपूर्ण तथ्य को नहीं बदल सकती है।