India VS Bharat Row : Parliament के Special Session से पहले Bharat बनाम India की चर्चा हर ओर हो रही है. इसको लेकर राजनीतिक विवाद भी हो रहा है. वहीं PM Modi ने पार्टी नेताओं को इस विवाद से बचने के लिए कहा.
UN on Bharat Row : देश में इन दिनों Bharat and India नाम को लेकर विवाद चल रहा है. इस मसले पर राजनितिक पार्टियां भी पक्ष और विपक्ष में बंटी हुई है. इस बीच मामले पर United Nations की ओर से भी एक बयान सामने आया है. संयुक्त राष्ट्र संघ के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि UN किसी भी देश के नाम को बदलने पर तब विचार करता है जब उनके पास आधिकारिक रूप से नाम बदलने को लेकर अनुरोध भेजा जाए. UN अधिकारी फरहान हक (UN official Farhan Haq) ने तुर्किए का उदाहरण देते हुए कहा कि पिछले साल Turkey ने अपना नाम बदल कर Turkiye किये जाए पर अनुरोध भेजा था. अगर इस तरह के औपचारिक अनुरोध हमें भारत से मिलते हैं तो हम इसपर विचार करेंगे.
Bharat and India का विवाद तब शुरू हुआ जब मंगलवार को राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू द्वारा G20 डिनर के लिए निमंत्रण भेजा गया. जिसमे उनके पद को पारम्परिक ‘India के राष्ट्रपति’ के बजाय ‘Bharat के राष्ट्रपति’ के रूप में सम्बोधित किया गया था.
India अनुरोध करता है तो होगा विचार
Farhan Haq ने आगे कहा कि India का नाम Bharat हो सकता है। उन्होंने Turkiye के मामले को बताते हुए कहा कि उस वक्त हमने Turkiye Government द्वारा दिए गए अनुरोध पर काम किया था। इस तरह का कोई भी देश अनुरोध करता है तो मैं उसपर विचार करते है।
PM MODI ने दिया निर्देश
PM MODI मोदी ने बुधवार को अपने मंत्रिमंडलीय बैठक में मंत्रियों से Bharat और India मुद्दे पर राजनीतिक विवाद से बचने की सलाह दी है। PM का मानना है कि Bharat देश का प्राचिन नाम रहा है। बता दें कि Bharat India पर विवाद तब छिड़ गया जब जब राष्ट्रपति के रात्री भोज में India के जगह Bharat लिखा था। जिसके बाद से विपक्ष PM Modi पर देश का नाम बदलने का आरोप लगा रहा है।