Jammu-Kashmir नेशनल हाईवे पर फिर से भूस्खलन हुआ है. जिसके चलते जम्मू से श्रीनगर तक अमरनाथ यात्रा को सुरक्षा के लिहाजा से रोक कर दिया गया है.
Amarnath Yatr: जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे पर फिर से भूस्खलन हुआ है. जिसके चलते जम्मू से श्रीनगर तक अमरनाथ यात्रा को सुरक्षा के लिहाजा से रोक कर दिया गया है. जानकारी के मुताबिक, यह भूस्खलन टी2 मारोग रामबन के पास हुआ है. फिलहाल सड़क पर पड़े मलबे को हटाया जा रहा है. सड़क से मलबा हटते ही श्रद्धालुओं के लिए यात्रा फिर से शुरू कर दिया जाएगा. लेकिन श्रद्धालुओं की यात्रा रद्द होने से वे निराश हुए हैं.
आस्था की मानक अमरनाथ यात्रा बहुत ही कठिन यात्राओं में से एक हैं। हर साल यहां लाखों की संख्या में लोग पहुंचते हैं और बाबा बर्फानी का दर्शन करते हैं। माना जाता है कि इस यात्रा को जो भी लोग करते हैं उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है।
शिव जी ने पार्वती मां को अमरतत्व का ज्ञान दिया था
यहीं पर शिव जी ने मां पार्वती को अमरत्व के ज्ञान से रूबरू करवाया था। आपको बता दें कि बर्फानी शिवलिंग स्वंयभू है,जो खुद ही आकार लेता है। यहां तक पहुंचने का रास्ता काफी पथरीला और चिकना है इसलिए बारिश के दौरान यहां पर ट्रैवल करना आसान नहीं होता है लेकिन ये भक्तों की अपने प्रभु के प्रति श्रद्धा है जो कि हर साल यहां पर पर वो शिवलिंग का दर्शन करने पहुंचते हैं।
यात्रा का प्रबंधन श्रीअमरनाथ जी श्राइन बोर्ड करता है
माना जाता है कि यहां का दर्शन काशी में शिवलिंग दर्शन से दस गुना, प्रयाग से सौ गुना और नैमिषारण्य तीर्थ से हजार गुना का पुण्य प्रदान करता है। इस बार अमरनाथ यात्रा की शरुआत 1 जुलाई से हुई थी जो कि 31 अगस्त को समाप्त होगी। इस यात्रा का प्रबंधन श्रीअमरनाथ जी श्राइन बोर्ड करता है जो कि यात्रा के लिए ऑन द स्पॉट और ऑफ द स्पॉट रजिस्ट्रेशन करवाता है और यात्रा की समुचित व्यवस्था करता है।
जम्मू-श्रीनगर का मौसम
इस वक्त जम्मू-श्रीनगर में मौसम बिगड़ा हुआ है। कई स्थानों पर भारी बारिश हुई है और इस कारण भूस्खलन की घटनाएं सामने आई हैं। अगले 24 घंटों के अंदर भी यहां पर जमकर बारिश होने के आसार हैं। श्रीनगर, पहलगाम में भारी बारिश हो सकती है इसलिए यहां पर अलर्ट जारी है और लोगों को सचेत रहने के लिए बोला गया है।