Pakistan ने कराची बंदरगाह टर्मिनल के विकास के लिए यूएई के ऑफर को खारिज कर दिया है। पाकिस्तान ने कहा है कि यूएई का ऑफर काफी कम पैसों वाला है। पाकिस्तान ने यूएई सरकार से इस टर्मिनल के विकास के लिए और ज्यादा पैसे देने का आग्रह भी किया है।
UAE-Pakistan : पाकिस्तान बीते काफी महीनों से खराब अर्थव्यवस्था की मार झेल रहा है. वो इससे उबरने के लिए हर तरह के पैंतरे अपना रहा है. चाहे वो IMF से लोन लेने की बात हो या फिर अपने पड़ोसी देशों से कर्ज की गुहार लगाने की. इस बीच उसने संयुक्त अरब अमीरात (UAE) से अपने कराची पोर्ट का सौदा किया था. इसके लिए UAE ने कंगाल पाकिस्तान को 1.2 अरब डॉलर का ऑफर दिया, जिसके तहत UAE पोर्ट को अगले 25 साल तक अपने कब्जे में रखता. हालांकि, अब पाकिस्तान ने ऑफर को खारिज कर दिया है.
25 साल में पाकिस्तान को पैसा देगा यूएई
मंत्रालय ने कहा कि सीसीओआईजीसीटी ने बातचीत समिति को उसके द्वारा प्रस्तावित शर्तों में सुधार के लिए अबू धाबी पोर्ट्स के साथ फिर से संपर्क करने का निर्देश दिया। अधिकारियों ने कहा कि यूएई ने शुरुआत में 800 मिलियन डॉलर से कुछ अधिक के शुद्ध वर्तमान मूल्य वाले शर्तों की पेशकश की थी। इसके बाद, उन्होंने कहा, यूएई अधिकारियों ने अपनी पेशकश में 350 मिलियन डॉलर की बढ़ोतरी की। ये भुगतान 25 वर्षों की अवधि में किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि ऑफर का मौजूदा मूल्य बमुश्किल 50 मिलियन डॉलर प्रति वर्ष है
2016 में वर्ल्ड बैंक कर्ज लिया था
पाकिस्तान ने पिछले महीने 2 अतिरिक्त पोर्ट के टर्मिनलों की जिम्मेदारी UAE को सौंपने की बात की थी. इसके लिए उन्होंने फ्रेमवर्क समझौते पर साइन करने की मंजूरी दी थी, जिसके अंतर्गत पोर्ट पर एक नए मल्टी ऑब्जेक्टिव टर्मिनल के डेवलपमेंट का काम करना था. आपको बता दें कि कराची पोर्ट ट्रस्ट से 3.1 अरब डॉलर हर साल कमाता है. इनको ऑपरेट करने पर प्रति वर्ष 67. करोड़ का खर्च आता है.
हालांकि पाकिस्तान सरकार ने 2 टर्मिनल के निर्माण के लिए साल 2016 में वर्ल्ड बैंक से कर्ज लिया था, जिसके कारण उसे हर साल 3 अरब रुपये कर्ज के ब्याज में देना पड़ता है. इसके वजह से पोर्ट करीब 57.5 करोड़ रुपये के घाटे में चल रहा है.