पाकिस्तान तब तक इस परियोजना पर आगे नहीं बढ़ पाएगा, जब तक ईरान को अमेरिकी प्रतिबंधों से राहत नहीं मिल जाती या फिर अमेरिका चुपचाप, पाकिस्तान को इसकी मंजूरी नहीं दे देता।
पाकिस्तान ने ईरान के साथ अरबों डॉलर के गैस पाइपलाइन समझौते पर अस्थायी रूप से रोक लगा दी है। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि अमेरिका के दबाव के चलते पाकिस्तान ने यह फैसला लिया है। बता दें कि ईरान के साथ गैस पाइपलाइन योजना से पाकिस्तान को सस्ती गैस मिलनी थी, लेकिन ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर अमेरिकी प्रतिबंधों के चलते पाकिस्तान इस परियोजना से फिलहाल पीछे हट गया है।
पाकिस्तान ने ईरान के साथ गैस पाइपलाइन समझौता कर फसता हुआ नजर आ रहा है।
इस समझौते के अनुसार पाकिस्तान को 2024 तक ईरान से गैस पाइपलाइन परियोजना को पूरा करना था। इस परियोजना को पूरा करने में पाकिस्तान दोनों तरफ से फसा हुआ दिखाई दे रहा है। अमेरिका के दबाव में पाकिस्तान ने अरबों डॉलर की गैस पाइपलाइन परियोजना को अस्थायी रूप से रोक दिया है। वहीं, इन सबके बीच, सोमवार को एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान ने पड़ोसी ईरान से सस्ती ऊर्जा आयात करने के लिए अरबों डॉलर की गैस पाइपलाइन परियोजना को अस्थायी रूप से अमेरिका के दबाव में रोक दिया है, जिसने तेहरान के परमाणु कार्यक्रम पर प्रतिबंध लगा दिया है।
यह घटनाक्रम तब सामने आया है जब पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की मदद से अपनी नकदी संकटग्रस्त अर्थव्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए संघर्ष कर रहा है, जो 3 अरब अमेरिकी डॉलर का ऋण देने पर सहमत हुआ है।
अमेरिका ने ईरान पर लगाए हैं प्रतिबंध
पाकिस्तानी मीडिया ने बताया है कि ‘बाहरी दबाव’ के चलते इस्लामाबाद ने ईरान गैस पाइपलाइन प्रोजेक्ट पर रोक लगाई है। पाकिस्तान तब तक इस परियोजना पर आगे नहीं बढ़ पाएगा, जब तक ईरान को अमेरिकी प्रतिबंधों से राहत नहीं मिल जाती या फिर अमेरिका चुपचाप, पाकिस्तान को इसकी मंजूरी नहीं दे देता। पाकिस्तान ऊर्जा संकट से जूझ रहा है, ऐसे में ईरान पाकिस्तान गैस पाइपलाइन का काम रुकना उसके लिए बड़ा झटका है।