Mahadev App Scam : ED ने महादेव बेटिंग एप मामले पर बड़ा दावा किया है। ED ने दावा करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को 508 करोड़ रुपये दिए गए हैं।
Mahadev App Scam : Chhattisgarh में विधानसभा चुनाव से पहले ED ने CM Baghel को लेकर बड़ा दावा किया है। केंद्रीय जांच एजेंसी का कहना है कि महादेव सट्टेबाजी ऐप के प्रोमोटर्स ने CM Baghel को 508 करोड़ रुपये दिए। ED का कहना है कि मामले की जांच अभी जारी है। चुनाव से पहले इस आरोप के बाद राज्य में राजनीतिक माहौल गर्माने के आसार बढ़ गए हैं। इससे पहले ED ने गुरुवार को राज्य में 5.39 करोड़ रुपये जब्त किए थे।
"On Nov 2, Directorate of Enforcement (ED) received intelligence input that a large amount of cash is being moved in Chhattisgarh by the promoters of Mahadev APP in relation to Assembly Elections scheduled on 7th & 17th of November, 2023. ED conducted searches at Hotel Triton and… https://t.co/fmcV3TlRYk pic.twitter.com/HHokYbv95I
— ANI (@ANI) November 3, 2023
गिरफ्तार शख्स ने कबूला
ED ने शुक्रवार को दावा किया कि उसने पैसे का लेन-देन करने वाले एक व्यक्ति का बयान दर्ज किया है। उसने आरोप लगाया है कि महादेव सट्टेबाजी ऐप के प्रमोटर्स छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को अब तक 508 करोड़ रुपये का भुगतान कर चुके हैं। ईडी ने कहा कि यह जांच का विषय है। एजेंसी चुनाव वाले राज्य छत्तीसगढ़ में पैसे का लेन-देन करने वाले असीम दास के पास से 5.39 करोड़ रुपये बरामद करने के बाद उसे गिरफ्तार कर चुकी है।
![Mahadev App Scam : Mahadev Satta App के Promoters ने सीएम बघेल को दिए 508 करोड़ रुपये, ईडी ने किया दावा 7 CM Baghel 1](https://ainews18.com/wp-content/uploads/2023/11/CM-Baghel-1-1024x658.jpg)
Mahadev App के खिलाफ हो रही जांच
ED Mahadev App ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप और उसके प्रमोटर्स के खिलाफ मनीलॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत जांच कर रही है। एजेंसी ने एक बयान में कहा कि असीम दास से पूछताछ , उसके पास से बरामद फोन की फोरेंसिक जांच और शुभम सोनी (महादेव नेटवर्क के उच्च पदस्थ आरोपियों में से एक) की तरफ से भेजे गए ईमेल की पड़ताल से कई चौंकाने वाले आरोप सामने आए हैं। पता चला है कि महादेव ऐप के प्रमोटर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को अतीत में नियमित तौर पर भुगतान करते रहे हैं। साथ ही अब तक लगभग 508 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है। ईडी ने कहा कि यह जांच का विषय है