America के पूर्व President Donald Trump के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है और उनके पास आत्मसमर्पण करने के लिए 25 अगस्त तक का समय है।उनके खिलाफ ये गिरफ्तारी वारंट 2020 राष्ट्रपति चुनाव में जॉर्जिया राज्य में जो बाइडन की जीत को पलटने की कोशिश करने के मामले में जारी किया गया है।Warrant जारी करने से पहले जॉर्जिया की कोर्ट ने Trump के खिलाफ आरोप तय किए। उन पर 13 धाराओं में केस चलाया जाएगा।
Trump के खिलाफ तय किए गए आरोप
Trump के खिलाफ जो 13 आरोप तय किए गए हैं, उनमें एक सार्वजनिक अधिकारी का रूप धारण करने की साजिश करना, जालसाजी की प्रथम श्रेणी की साजिश करना, झूठे दस्तावेज दाखिल करने की साजिश करना और राज्य के रैकेटियरिंग अधिनियम का उल्लंघन करने जैसे आरोप शामिल हैं।मामले में ट्रंप के अलावा 18 अन्य आरोपियों पर भी आरोप तय किए गए हैं। 98 पेज के अभियोग में सभी 19 आरोपियों के खिलाफ कुल 41 आरोप तय किए गए हैं।
अभियोग में और क्या कहा गया
फुल्टन काउंटी की वकील फानी विलिस ने अभियोग में कहा, “ट्रंप के सहयोगियों ने इस बात को मानने से इनकार कर दिया था कि वह चुनाव हार गए हैं और सभी चुनाव के परिणाम को गैरकानूनी रूप से बदलने की साजिश में शामिल हो गए।मामले की जांच जनवरी, 2021 में एक फोन रिकॉर्डिंग लीक होने के बाद शुरू हुई थी, जिसमें ट्रंप ने जॉर्जिया के राज्य सचिव ब्रैड रैफेंसपर्गर से वोटों की वैधता पर सवाल उठाने को कहा था।
Trump के अलावा और किन लोगों पर लगे आरोप
Trump के अलावा व्हाइट हाउस के पूर्व चीफ ऑफ स्टाफ मार्क मीडोज, ट्रंप के निजी वकील रूडी गिउलियानी और ट्रंप प्रशासन में न्याय विभाग के अधिकारी जेफरी क्लार्क पर भी आपराधिक साजिश का हिस्सा होने के आरोप तय किए गए हैं।
Trump के प्रचार अभियान में उनके सलाहकार जॉन ईस्टमैन, सिडनी पॉवेल और केनेथ चेसेब्रो समेत अन्य वकीलों पर भी चुनाव के नतीजों को पलटने के लिए रणनीति तैयार करने के आरोप लगे हैं।
Trump के खिलाफ चौथा आपराधिक मुकदमा
Trump के खिलाफ पिछले 4 महीनों में चौथी बार आरोप तय किए गए हैं। हाल ही में ट्रंप पर अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव जीतने के लिए फर्जी इलेक्टर्स की योजना का सहारा लेने का आरोप लगा था।
इससे पहले जून में व्हाइट हाउस से कई गोपनीय दस्तावेजों को गैर-कानूनी तरीके से ले जाने के आरोप तय हुए थे।
अप्रैल में ट्रंप के खिलाफ पोर्न स्टार स्टॉर्मी डैनिएल्स को पैसे देकर चुप कराने के मामले में भी आपराधिक मुकदमा दर्ज हुआ था।